मंगलयान के बारे में 16 जानकारी | Mars Orbiter Mission facts In Hindi
मंगल मिशन के बारे में जानकारी | Mars Orbiter Mission facts In Hindi
1. भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा पूर्ण रूप से तैयार मंगल मिशन को (मंगलयान) नाम दिया गया है जो 24 सितंबर 2014 को सुबह 8:00 बजे मंगल की कक्षा में प्रवेश कर गया।
2. इसरो (ISRO)द्वारा मंगलयान नामक अपनी अंतरिक्ष परियोजना के अंतर्गत 5 नवंबर 2013 को मंगल ग्रह की परिक्रमा करने हेतु एक उपग्रह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में ध्रुवीय उपग्रह परीक्षण यानी पीएसएलवी सी- 25 के द्वारा सफलतापूर्वक छोड़ा गया था।
3. अमेरिका, रूस और यूरोपीय संघ के बाद भारत मंगल की कक्षा में प्रवेश करने वाला पहला देश बन गया है।
4. भारत एशिया का पहला देश है जो मंगल की कक्षा में दाखिल हुआ है।
5. मंगलयान मंगल ग्रह से निकटतम स्थित में आने पर मात्र 365 किमी दूर रहेगा जबकि सब से दूर होने पर 8000 किलोमीटर दूर रहेगा।
6. मंगल मिशन की कुल लागत 450 करोड़ रुपय है।
7. मंगलयान में लगे उपकरणों का उपयोग भविष्य में मौसम, जमीन,खेती और संचार उपग्रहों में किया जा सकेगा ।
8. एस.एल.वी-3 के विकास से भारत ने प्रेक्षणिया प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कदम रखा 18 जुलाई 1980 में एसएलवी-3 का सफल प्रायोगिक परीक्षण करके अपनी योग्यता को सिद करते हुए स्वयं को अंतरिक्ष क्लब का छटा सदस्य बना लिया है।
9. भारत कार्योजेनिक प्रौद्योगिकी का सफल परीक्षण करने वाला छटा देश है भारत से पूर्व यह क्षमता अमेरिका, रूस, चीन ,जापान फ्रांस ने प्राप्त की।
10. अंतरिक्ष यान को नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने मंगल की मिट्टी के विभिन्न नमूने इकट्ठे करने के लिए भेजा था ताकि इस बात का पता चल सके कि क्या मंगल ग्रह पर भी पृथ्वी की तरह जीव सृष्टि का अस्तित्व है।
11. 3 अगस्त 2012 को इसरो मंगल यान परियोजना को भारत सरकार ने स्वीकृति प्रदान की ।
12. मंगल ग्रह पर पहुंचने के लिए 44 मिशन शुरू किए गए हैं लेकिन अब तक 18 मिशन को ही सफलता मिली है।
13. इसके दो उपग्रह है फोबोस और डिमोस ।
14. मगल ग्रह को लाल ग्रह भी कहा जाता इसका लाल रंग आयरन ऑक्साइड के कारण होता है ।
15. भारत का पहला मिशन चंद्रयान 1 है यह भारत विश्व का 68वा चंद्र आभियान है।
16. पी.एस.एल.वी एक चार चरणों वाला धुरीय उपग्रह प्रक्षेपण यान है जो ठोस प्रणोदक के अंतर्गत हाइड्रोक्लीन ट्रामिनेट पॉली का ईंधन के रूप में तथा अमोनिया परर्कलोरेट का ऑक्सीकरण के रूप में प्रयोग किया जाता है
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