यहां पक्षियां आत्महत्या करते है. Jatinga Birds suicide place in Hindi

हेल्लो दोस्त आज मैं आप लोगों को भारत के उत्तर पूर्वी राज्य असम के एक छोटे से गांव “जटिंगा” (Jatinga) के बारे में बताने जा रहा हु। जटिंगा कोई साधारण गांव नहीं है.

इससे जुड़े है एक बहुत बड़े अनसुलझे रहस्य। जटिंगा और इससे जुड़े रहस्य के बारे में तो शायद आप लोगों ने कही ना कही सुना या फिर पढ़ा जरूर होगा।

Jatinga Birds suicide place in Hindi

लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हे जटिंगा के बारे में पता नहीं है या थोड़ा बहुत ही जानते है। अगर आप को जटिंगा से जुड़े रहस्य के बारे में पता नहीं है तो आर्टिकल आप ही के लिए है। तो चलिए जान लेते है जटिंगा इतना रहस्यमय क्यों है और कब तक रहेगा ?

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Jatinga. यहां पक्षियां आत्महत्या करते है. Birds suicide place in Hindi

भारत के उत्तर पूर्वी राज्य असम के दीमा-हसाओ जिले में मौजूद जटिंगा भारत के सबसे खूबसूरत गांव में से एक है। जतिंगा के खूबसूरती का कारण है इसके चारों तरफ से घिरा हुआ पहाड़ और हरियाली।

जतिंगा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया भर में मशहूर है और इस गांव के इतने चर्चित होने का कारण इसकी खूबसूरती नहीं बल्कि इसके साथ जुड़ा हुआ एक रहस्य जिसे आज तक कोई भेद नहीं पाया।

जतिंगा का एक ऐसा गांव है जहां पर पक्षियां आत्महत्या करते है. जी हां दोस्तों सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा है पर यह सच है, इसीलिए जटिंगा को “Bird’s suicide place” के नाम से भी जाना जाता है।

Bird’s suicide place…?

साल के कुछ खास दिनों में यहां पर पक्षियां आते हैं और आत्महत्या करते हैं। सिर्फ आसपास के पक्षियां ही नहीं पूरे दुनिया भर से पक्षियां यहां आते हैं और आत्महत्या करते हैं।

मनसून के महीने में सितंबर से नवंबर के बीच यहां पर पक्षियां आत्महत्या कर लेते हैं और अमावस की रात जब घना कोहरा रहता है तब यह सब घटनाएं ज्यादा देखने को मिलती है।

दुनिया भर के वैज्ञानिक और पशु विशेषज्ञ ने इसके ऊपर रिसर्च किया लेकिन कोई भी इस घटना से जुड़े सटीक अनुमान नहीं लगा पाया।

आखिर क्यों इतने सारे पक्षियां हर साल आत्महत्या करते हैं और सिर्फ जटिंगा में ही क्यों करते हैं, दूसरी जगह पर क्यों नहीं। वैसे देखा जाए तो पक्षियां इंसानों की तरह सोच नहीं सकती तो फिर वह ऐसा कैसे करते हैं।

जटिंगा में रहने वाले लोगों का मानना है कि इसके पीछे कोई अलौकिक शक्ति का हाथ है जिसके कारण पक्षियां यहां पर आकर आत्महत्या कर लेते हैं। लेकिन विज्ञान इन सब चीजों पर विश्वास नहीं करता है।

कुछ विशेषज्ञों का मानना है के मानसून के महीने में यहां पर रात को घना कोहरा रहता है और हवाएं भी तेज चलती है। जिसके कारण पक्षियां अपने संतुलन खो देते हैं.

और घने कोहरे की वजह से उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता, फलस्वरुप पक्षियां पहाड़ या फिर पेड़ से टकराकर घायल हो जाते हैं और मौत हो जाती है। लेकिन यह सिर्फ एक अनुमान है, प्रमाण नहीं।

बस यही कुछ था जटिंगा के बारे में आप लोगों को बताने के लिए। क्या जटिंगा के इस रहस्य के बारे में जानकार आप जतिंगा घूमने जाना पसंद करेंगे ? क्या एक बार आप अपने आंखों से भी देखना पसंद करेंगे?

जटिंगा जाने के लिए सबसे पहले आपको असम के गुवाहाटी शहर में जाना पड़ेगा। फिर वहां से ट्रेन में सफर करते हुए आपको लामडिंग से होकर न्यू हाफलौंग जाना पड़ेगा, न्यू हाफलौंग से आप बस या फिर टेम्पो लेकर जटिंगा तक पहुंच सकते हैं।

आप लोगो को जटिंगा (Jatinga, Birds suicide place in Hindi) के बारे में यह सब facts जान कर ? अगर आप का इस बारे में कोई भी सवाल या सुझाब हो तो निचे comments में जरूर बताइए और article पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ Share कीजिये और अगर ऐसे ही जानकारी आप email द्वारा पाना चाहते है तो हमारे इस Blog को Subscribe कर लीजिये. Subscription बिलकुल फ्री है..

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